Gaon Connection Survey: 35 प्रतिशत ग्रामीणों को आधा किमी दूर से लाना पड़ता है पानी HD
खबर पढ़ें : https://bit.ly/2RAEPVM गाँव कनेक्शन के 19 राज्यों में 18,000 ग्रामीणों के बीच किए गए सबसे बड़े ग्रामीण सर्वे में जो आंकड़े सामने आए वो पानी को लेकर ग्रामीणों के दर्द की कहानी कहते हैं। गाँव कनेक्शन के सर्वे के अनुसार 35.3 प्रतिशत घरों की महिलाओं को अपनी जरूरत के लिए पानी लाने के लिए घर से आधा किमी दूर तक जाना पड़ता है। महज 60.9 फीसदी लोगों को ही जरूरत का पानी घर में उपलब्ध् होता है। वर्ष 2018 में आई नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार भारत इतिहास में जल संकट से सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। जबकि हर साल दो लाख लोग साफ पीने का पानी न मिलने से अपनी जान गंवा देते हैं। “जहां तक लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंचने का सवाल है, तो भारत सरकार की बहुत ही महात्वकांक्षी योजना है ‘नेशनल रुरल ड्रिंकिंग वाटर प्रोग्राम (राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना)’, जिसका लक्ष्य था कि 2020 तक देश के 70 प्रतिशत ग्रामीण घरों तक पाइप वाटर सप्लाई पहुंचाना। लेकिन 2017 तक मात्र 17 प्रतिशत घरों में ही पाइप्ड ड्रिंकिग वाटर सप्लाई (नल से पेयजल की सप्लाई) हो पाई,” वाटर ऐड इंडिया में प्रोग्राम एंड पॉलिसी के निदेशक अविनाश कुमार बताते हैं। केन्द्र सरकार के नेशनल रूरल ड्रिंकिंग वाटर प्रोग्राम के तहत हर ग्रामीण को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। इस योजना में साल 2014-15 में जहां 15,000 करोड़ रुपये जारी होते थे, वहीं आज 700 करोड़ रुपये ही जारी हो रहे हैं। नीति आयोग की वर्ष 2018 में आई रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2020 तक दिल्ली और बंगलुरू जैसे भारत के 21 बड़े शहरों से भूजल गायब हो जाएगा। इससे करीब 10 करोड़ लोग प्रभावित होंगे। अगर पेयजल की मांग ऐसी ही रही तो वर्ष 2030 तक स्थिति और विकराल हो जाएगी। वर्ष 2050 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में छह प्रतिशत तक की कमी आएगी। एक तो पानी दूर से लाना, दूसरे उसकी गुणवत्ता सही न होने से लाखों परेशान होते हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 70 प्रतिशत पानी दूषित है और पेयजल स्वच्छता गुणांक की 122 देशों की सूची में भारत का स्थान 120वां है। “हमारी सबसे बड़ी समस्या है हम मैप नहीं करते कि कहां क्या समस्या है? योजना बनाने लगते हैं। पाइप से पानी कहां से लाएंगे, कैसे घरों तक पहुंचाया जाएगा। इन सभी पर अध्ययन करने की जरूरत है। जल संरक्षण के क्षेत्र में ईमानदारी से काम नहीं हो रहा है। हमारी पॉलिसी इन्वेस्टमेंट बेस्ड हो गई हैं, ” ग्राउंड वाटर एक्शन ग्रुप के आरएस सिन्हा समझाते हैं। #WhatRuralIndiaWants #GaonConnectionSurvey #UnionBudget2019 खबरों के लिए देखिये हमारी वेबसाइट : http://www.gaonconnection.com Like us on Facebook: https://www.facebook.com/GaonConnection/ Follow us on Twitter: https://twitter.com/GaonConnection Follow us on Instagram: https://bit.ly/2mzwO6d